छत्तीसगढ़ की माटी का गौरव-किसान पुत्र मिलन रंगीला होंगे उपराष्ट्रपति के हाथों सम्मानित!””…लोक संस्कृति के रंगलाल- मिलन रंगीला को मिलेगा देवादास बंजारे सम्मान”
“रायपुर : छत्तीसगढ़ की माटी का गौरव — किसान पुत्र मिलन रंगीला होंगे उपराष्ट्रपति के हाथों सम्मानित!””लोक संस्कृति के रंगलाल — मिलन रंगीला को मिलेगा देवादास बंजारे सम्मान”रायपुर जिले के आरंग क्षेत्र के ग्राम कुटेशर में जन्मे किसान पुत्र श्री मिलन रंगीला जी को छत्तीसगढ़ राज्य अलंकरण “देवादास बंजारे सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा, जो उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति के करकमलों से प्राप्त होगा। मिलन रंगीला जी पिछले 20 वर्षों से लोक कला और संस्कृति के क्षेत्र में सक्रिय हैं।
उन्होंने न केवल भारत के विभिन्न राज्यों में बल्कि विदेशों में भी छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक परंपरा का गौरव बढ़ाया है।वे गुरुघासीदास राज्य अलंकरण से सम्मानित प्रसिद्ध लोकगायक राजेंद्र रंगीला जी के साथ मिलकर अनेक लोक-सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दे चुके हैं। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से वे समाज में सामाजिक जागरूकता और एकता का संदेश भी देते हैं।
उनकी प्रस्तुतियाँ, विशेष रूप सेगुरुघासीदास बाबा जी के जीवन दर्शन,राजा भरथरी की अमर गाथा, औरआदिवासी संस्कृति एवं राज्य गौरव की कहानियाँ,इतनी भावनात्मक और प्रभावशाली होती हैं कि उन्हें सुनने हजारों-लाखों की संख्या में दर्शक उमड़ पड़ते हैं, यह सम्मान न केवल मिलन रंगीला जी का व्यक्तिगत गौरव है, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति का सम्मान है।

