छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर एसोसिएशन ने इन मांगों को लेकर बोला हल्ला, धरना प्रदर्शन कर बुलंद की आवाज, जानिए प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा—-khabar Xpress

रायपुर। छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर एसोसिएशन ने अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। छत्तीसगढ़ कॉन्ट्रैक्टर एसोसिएशन ने आज रायपुर के बूढ़ा तालाब में एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर जमकर हल्ला बोला। एसोसिएशन के सदस्यों ने मांगो को लेकर आवाज बुलंद की।
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष बिरेश शुक्ला ने कहा कि हम चार सूत्रीय मांग को लेकर धरना दे रहे है। हमारी मांग है कि रॉयल्टी की कटौती बाजार दर पर हो रही है, जो नहीं होनी चाहिए। दूसरा परफॉर्मेंस गारंटी सभी निर्माण विभागों में अलग-अलग है, जिसमें अमेंडमेंट होना चाहिए। किसी भी निर्माण कार्य का 5 से 10 वर्ष तक रखरखाव कोई भी कांट्रेक्टर नहीं कर सकता।
50 लाख तक के मैनुअल टेंडर पूरे प्रदेश में लागू किया जाए। थर्ड पार्टी चेकिंग के तहत तीन चार महीने से कांट्रेक्टरों का भुगतान नहीं हो सका है, जिस वजह से निर्माण कार्यों में देर हो रही है। समय पर निर्माण हो उसके लिए नियम और कंडीशन लगा दिए गए और ऐसे में निर्माण कार्य होना संभव ही नहीं है, इसलिए आज पूरे प्रदेश के कांट्रेक्टर जिला मुख्यालयों पर धरने पर बैठे हैं। एसोसिएशन अपनी मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौपेगा।
छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष सुरेश मिश्रा ने कहा कि कांट्रेक्टर को जो बिल में पेमेंट होता है, उसमें रॉयल्टी इतनी कट रही है कि पैसे ही खत्म हो रहे है. हम 1 मार्च से काम बंद करने का ऐलान करेंगे. जिससे पूरे शासकीय निर्माण कार्य बंद हो जाएंगे.
छत्तीसगढ़ में लोक निर्माण विभाग द्वारा राजभवन और मुख्यमंत्री समेत तमाम मंत्रियों के आवास निर्माण का कार्य चल रहा है. वे काम प्रभावित होंगे, साथ ही जिले के अंदर जो बड़े-बड़े काम चल रहे हैं वह भी प्रभावित होंगे. शासन को इसमें गंभीरता से विचार करना चाहिए।



