रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि बस्तर में बहुमूल्य वनोपजों के वेल्यूएडिशन से रोजगार की भरपूर संभावना है। बस्तर की वनोपजों में वेल्यूएडिशन किया जाए, तो रोजगार के लिए बस्तर के युवाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। वनोपजों के वेल्यूएडिशन और उनके व्यापार के जरिए न सिर्फ बस्तर के युवाओं को ही बल्कि अन्य क्षेत्रों के लोगों को भी रोजगार और आय के बेहतर साधन उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
सीएम बघेल ने कहा कि बस्तर के आम, इमली और काजू के प्रसंस्करण और वेल्यूएडिशन के बाद इन उत्पादों को देश-विदेश में काफी अधिक दाम पर बेचा जा रहा है। दंतेवाड़ा की डेनेक्स फैक्ट्री में तैयार गारमेंट अब बेंगलूरू में जा रहा है। ये बदलते बस्तर और दंतेवाड़ा की नई तस्वीर है।
मुख्यमंत्री ने आदिवासी अंचल के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर उठाने में कोण्डागांव और दंतेवाड़ा जिला प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे कार्याें की प्रशंसा करते हुए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि हमारे खेत और जंगल हमारी असली ताकत है, अपनी इसी ताकत से हम नवा छत्तीसगढ़ का निर्माण कर रहे हैं।