छत्तीसगढ़

विश्व आदिवासी दिवस पर कलिंगा विश्वविद्यालय में संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन, जानिए किन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर हुई चर्चा

रायपुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर कलिंगा विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय के द्वारा सभाकक्ष में संवाद संगोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आदिवासी समाज की संस्कृति एवं महत्व तथा विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गयी।

उक्त कार्यक्रम का शुभारंभ कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर श्रीधर, छात्र कल्याण प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ. आशा अंभईकर, कला एवं मानविकी संकाय की अधिष्ठाता शिल्पी भट्टाचार्य, शोध संकाय की अधिष्ठाता डॉ हर्षा पाटिल, हिन्दी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अजय शुक्ल एवं राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती स्मिता प्रेमानंद की उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलन एवं वंदना से प्रारंभ हुआ।

संवाद गोष्ठी कार्यक्रम में कलिंगा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर श्रीधर ने कहा कि भारतीय समाज में आदिवासी समुदाय का उल्लेखनीय योगदान है।

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा और वीरनारायण सिंह का स्मरण किया। जिन्होंने शक्तिशाली अंग्रेजी साम्राज्य को झुकने पर मजबूर किया।

उन्होंने बताया कि भारतीय सेना के सबसे पराक्रमी अंग कोबरा कमांडो में सर्वाधिक आदिवासी समाज के युवाओं की उपस्थिति है जो ध्येयनिष्ठता से देश की सेवा में लगे हुए है।

उक्त कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अजय शुल्क ने कहा कि आदिवासियों का जीवन प्रकृति पर निर्भर है। आज के बदलते समय में जल, जंगल और जमीन पर उनकी महत्वपूर्ण भागीदारी तय करनी होगी। आधुनिकता के चकाचौंध और भूमंडलीकरण का सबसे प्रतिकूल प्रभाव आज आदिवासी समाज पर पड़ा है। आदिवासियों की संस्कृति परंपरा, भाषा, रीति रिवाज और खानपान को उचित सम्मान देने पर ही विश्व आदिवासी दिवस मनाना प्रासंगिक होगा।

उक्त संगोष्ठी के उपरांत राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती स्मिता प्रेमानंद ने हम आदिवासी है कविता का सस्वर पाठ किया।

कार्यक्रम का संचालन कलिंगा विश्वविद्यालय की सहायक प्राध्यापक सुश्री अनुरिमा दास ने एवं व्यवस्था संचालन चंदन राजपूत ने किया। छात्र
कल्याण प्रकोष्ठ की अधिष्ठाता डॉ. आशा अंभईकर ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। उक्त आयोजन में विश्वविद्यालय के समस्त प्राध्यापक एवं कर्मचारी उपस्थित थे।

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